पांच साल में राशि को दुगुना करने का झांसा देकर चिट फंड कम्पनी द्वारा उपभोक्ताओं से ठगी करने के मामले में जिला उपभोक्ता फोरम ने पैसे लौटाने का आदेश दिया है। जिला उपभोक्ता फोरम के आदेश पर चिट फंड कम्पनी वेलफेयर ने पीड़ित महिला को आधी राशि लौटा दी है।
जिले में पांच साल में दोगुना राशि का झांसा देने वाली एक कंपनी से जिला उपभोक्ता अदालत की पहल पर आवेदिका को कुल जमा मूलधन राशि लौटाई है। जबकि अन्य शेष राशि प्राप्ति के लिए न्यायालय में वाद चल रहा है।
मामला वेलफेयर बिल्डिंग इस्टेट प्रायवेट लिमिटेड द्वारा झांसा देने की है। जिले के ओबरा थाना क्षेत्र के इमामबाड़ा निवासी कोशल्या देवी से कम्पनी ने दुगुना करने के नाम पर राशि जमा कराई गई थी। जब समय आया तो कम्पनी ने मूलधन भी नहीं लौटाया। इस संबध में महिला ने जिला उपभोक्ता अदालत में प्राथमिकी दर्ज कराई थी और न्याय की गुहार लगाई थी। इस सम्बंध में अधिवक्ता सतीश कुमार स्नेही ने बताया कि शिकायत वाद संख्या 03/22 के सूचक कोशल्या देवी ने मार्च 2022 में वेलफेयर बिल्डिंग प्रायवेट लिमिटेड के प्रधान कार्यालय, शाखा कार्यालय और इंचार्ज पर केस की थी।
उसी मामले में मंगलवार को हुई सुनवाई में वेलफेयर बिल्डिंग कंपनी ने जिला उपभोक्ता अदालत के सदस्य बद्रीनारायण सिंह, बचाव पक्ष के अधिवक्ता जगनरायण सिंह के उपस्थित में आवेदिका को 90 हजार का चेक प्रदान किया। इससे पूर्व 2 लाख 50 हजार रुपए कंपनी द्वारा सूचक को लौटाई गई है। सूचक ने 9 लाख 80 हज़ार रूपये के लिए जिला उपभोक्ता अदालत में वाद प्रस्तुत किया है।
जिले के गौरव के रूप में पहचान बना रहे एनटीपीसी एक नई उपलब्धि की ओर अग्रसर है। जिले में स्थापित नबीनगर सुपर थर्मल पावर स्टेशन (एनएसटीपीएस) को जल्द ही देश की बिजली उत्पादन में नई पहचान मिलने वाली है। यह परियोजना न केवल बिहार बल्कि पूरे देश के लिए एक गौरवपूर्ण उपलब्धि होगी। एनटीपीसी लिमिटेड की इस इकाई में स्टेज-2 के तहत 800-800 मेगावाट की तीन ताप विद्युत उत्पादन इकाइयों की स्थापना की योजना है, जिसके बाद कुल उत्पादन क्षमता 1980 मेगावाट से बढ़कर 4380 मेगावाट हो जाएगी। यह न केवल बिहार का पहला मेगा सुपर थर्मल पावर प्रोजेक्ट होगा, बल्कि पूरे देश के पावर प्लांटों में से एक प्रमुख पावर प्लांट के रूप में उभरेगा।
निविदा प्रक्रिया अंतिम चरण में, जल्द शुरू होगा काम
एनएसटीपीएस के मुख्य महाप्रबंधक और परियोजना प्रमुख चंदन कुमार सामंता ने जानकारी दी कि स्टेज-2 के निर्माण के लिए निविदा (टेंडर) प्रक्रिया अब अंतिम चरण में है। ग्लोबल टेंडर जारी किया जा चुका है और टेंडर फाइनल होते ही काम को तेजी से शुरू किया जाएगा। इस परियोजना के पूरा होते ही एनएसटीपीएस की कुल उत्पादन क्षमता 4380 मेगावाट हो जाएगी, जिससे यह न केवल बिहार बल्कि पूरे देश में बिजली उत्पादन के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक पावर प्रोजेक्ट बन जाएगा।
परियोजना की प्रमुख विशेषताएं
वर्तमान उत्पादन: स्टेज-1 में स्थापित 660 मेगावाट की तीन इकाइयों से कुल 1980 मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा है। स्टेज-2 की योजना: स्टेज-2 के तहत 800-800 मेगावाट की तीन नई इकाइयां स्थापित की जाएंगी, जिससे कुल उत्पादन क्षमता बढ़कर 4380 मेगावाट हो जाएगी। प्रदूषण नियंत्रण: पावर प्लांट को पूरी तरह से प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए फ्लू गैस डिसल्फराइजेशन (एफजीडी) संयंत्र की स्थापना का काम चल रहा है, जिसे दिसंबर 2026 तक पूरा कर लिया जाएगा। एफजीडी संयंत्र की स्थापना के बाद यह प्लांट पूरी तरह से प्रदूषण मुक्त हो जाएगा।
उत्कृष्ट विद्युत उत्पादन प्रदर्शन सामंता ने बताया कि एनएसटीपीएस ने वित्तीय वर्ष 2023-24 में 14,411 मिलियन यूनिट (एमयू) बिजली का रिकॉर्ड उत्पादन किया है। साथ ही इस दौरान प्लांट का प्लांट लोड फैक्टर (पीएलएफ) 82.86% रहा, जो परियोजना की संचालन क्षमता और उत्कृष्टता को दर्शाता है। यह प्लांट कोयला खदान के पास होने के कारण सस्ता बिजली उत्पादन कर रहा है, जिससे बिहार को काफी लाभ हो रहा है। एनएसटीपीएस की सस्ती बिजली का सबसे अधिक हिस्सा बिहार को मिल रहा है, जिससे राज्य को अन्य जगह से बिजली खरीदने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
ग्रामीण विकास में एनटीपीसी का योगदान एनटीपीसी नबीनगर अपने नैगमिक सामाजिक उत्तरदायित्व (CSR) के तहत आसपास के 40 से अधिक गांवों में विकास कार्यों को आगे बढ़ा रहा है। शिक्षा, स्वास्थ्य, आधारभूत सुविधाओं और स्किल डेवलपमेंट के क्षेत्रों में एनटीपीसी द्वारा किए गए प्रयासों से ग्रामीण इलाकों में सकारात्मक बदलाव देखने को मिल रहा है। सामंता ने कहा कि एनटीपीसी इन गांवों को अपने परिवार की तरह देखता है और ग्रामीण विकास में अपना सक्रिय योगदान दे रहा है।
नबीनगर: देश की बिजली राजधानी बनने की ओर नबीनगर को बिजली उत्पादन के क्षेत्र में देश की बिजली राजधानी कहा जा रहा है, क्योंकि यहां पर दो बड़े पावर प्लांट स्थापित हैं। एनएसटीपीएस के अलावा, भारतीय रेल बिजली कंपनी लिमिटेड (BRBCL) की 1000 मेगावाट क्षमता वाली ताप विद्युत परियोजना भी यहां स्थित है। इसके अलावा 22 मेगावाट क्षमता वाली सौर ऊर्जा संयंत्र की स्थापना की भी योजना बनाई गई है। इन परियोजनाओं के पूरा होने के बाद नबीनगर की कुल उत्पादन क्षमता 5402 मेगावाट हो जाएगी, जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है।
नबीनगर से हो रहा 2980 मेगावाट बिजली उत्पादन वर्तमान में नबीनगर से कुल 2980 मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा है। एनएसटीपीएस की तीन इकाइयों से 1980 मेगावाट और बीआरबीसीएल की इकाई से 1000 मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा है। आने वाले समय में स्टेज-2 की इकाइयों के साथ-साथ सौर ऊर्जा संयंत्र की स्थापना के बाद, नबीनगर की बिजली उत्पादन क्षमता 5402 मेगावाट तक पहुंच जाएगी।
प्रेसवार्ता के दौरान एनटीपीसी नबीनगर के महाप्रबंधक (ओ एंड एम) केडी यादव, महाप्रबंधक (ऑपरेशन) एके त्रिपाठी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे। सभी ने परियोजना की प्रगति और भविष्य की योजनाओं पर विस्तार से चर्चा की।
समाज के गरीब, शोषित और पिछड़े तबके को बराबरी हक दिलाना ही सामाजिक न्याय है। सामाजिक न्याय की लड़ाई लड़ने वालों को खुद आगे आकर कमान संभालनी होगी और लोगों को समर्थन करना होगा। यह बात दिल्ली विश्वविद्यालय के पूर्व प्रोफ़ेसर व कार्यक्रम के मुख्य वक्ता प्रो. लक्ष्मण यादव ने नगर भवन औरंगाबाद में आयोजित सामाजिक न्याय महासम्मेलन सह बहुजन संवाद कार्यक्रम में कहीं। सम्मेलन की अध्यक्षता ओबीसी महासभा के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र गोप ने की। मंच का संचालन उदय उज्जवल एवं डॉ जन्मेजय ने किया। प्रो. लक्ष्मण यादव ने कहा कि वर्तमान सरकार शैक्षणिक व्यवस्था पर कुठाराघात कर एससी, एसटी, ओबीसी के बच्चों को उसे शिक्षा से वंचित करने की साजिश रच रही है। महाविद्यालय और विश्वविद्यालय को व्यापारिक व संघ के शिक्षा को छात्रों और प्रोफेसर पर जबरदस्ती थोपने का आरोप लगाया।
डॉ लक्ष्मण यादव औरंगाबाद में ओबीसी महासभा की एक सभा को संबोधित करते हुए (फोटो- राजेश रंजन)
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जेएनयू के पूर्व छात्र नेता जयंत जिज्ञासु ने कहा कि आज समय की मांग है कि लालू यादव , शरद यादव समेत अन्य महापुरुषों के बताए पदचिन्हों पट चलना चाहिये। जेएनयू के छात्र नेता ज्ञान प्रकाश ने भी सभा को संबोधित किया। बिहार विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी ने कहा कि राजनीतिक और सामाजिक शैक्षणिक रूप से तब तक हम लोग एकजुट नहीं होंगे। जब तक शैक्षणिक और राजनीतिक रूप से एक नहीं होते हैं। इसके लिए जरूरत है कि रूढ़िवाद और अंधविश्वास से हम लोग को नाता तोड़ना होगा।
लक्ष्मण यादव लोगों को सम्बोधित करते हुए पूरा भाषण भाग 1
डॉ लक्ष्मण यादव का सम्बोधन भाग 2
पूर्व सांसद अनवर अली ने कहा कि सदियों से पसमांदा मुसलमानों को अलग कर कर एक बड़े तब को हास्य पर रखने की कोशिश जारी है। हमलोगों को यह समझना पड़ेगा कि हमें इससे कैसे निकालना है। सभी एससी, एसटी, ओबीसी और पिछड़ा वर्ग के लोग एक साथ आकर राजनीतिक भागीदारी सुनिश्चित करें। मखदुमपुर के विधायक सतीश दास ने कहा कि पिछड़ा बिहार के तर्ज पर देश में जातिगत जनगणना होनी चाहिए।
फुल स्पीच जयंत जिज्ञासु
बिहार सरकार के पुर्व मंत्री डॉ सुरेश पासवान ने कहा कि देश में कॉलेजियम सिस्टम के द्वारा देश में 200 परिवारों के बीच के ही जज बन रहे हैं। हमारी मांग है कि जब तक न्यायिक आयोग का गठन नहीं हो जाता और पूरे भारत में जाति का जनगणना नहीं हो जाता है तब तक हम इस लड़ाई को जारी रखेंगे।
ओबीसी महासभा के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र गोप ने कहा कि बहुजन एकता पर जोर देते हुए कहा कि जब जब पूंजीवाद और मनुवाद हावी हुआ तब तब बहुजनों को नुकसान हुआ है।
चंद्रवंशी क्षत्रिय महासभा अध्यक्ष अशोक आजाद चंद्रवंशी ने कहा कि समाज से ही ऐसे लोगों को सामने आना होगा जो वाकई देश और समाज का भला चाहते हैं। सदियों से शोषित वंचित और एससी एसटी ओबीसी के लोगों के साथ सिर्फ छलावा किया गया है। विश्वकर्मा महासभा अध्यक्ष बिंदेश्वरी शर्मा नेकहा कि संघर्ष जारी रहेगा जब तक की न्यायिक आयोग का गठन नहीं हो जाता है।
इस अवसर पर पूर्व राज्य सभा सदस्य अली अनवर, बिहार सरकार के पुर्व मंत्री डॉ सुरेश पासवान, विधायक सतीश दास, पूर्व बिहार विधान परिषद आजाद गांधी, वैश्य महासभा के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ पीके चौधरी, धर्मेंद्र चंद्रवंशी, पान कृषक संघ बिहार के अध्यक्ष रविशंकर भगत चौरसिया, पाल महासंघ प्रदेश अध्यक्ष चंद्रमोहन पाल, विश्वकर्मा महासभा अध्यक्ष बिंदेश्वरी शर्मा, मेहतर सेवा संघ बिहार अध्यक्ष शशि कुमार, अमरेंद्र कुशवाहा, कुटुंबा प्रमुख धर्मेंद्र कुमार, उप प्रमुख ओम प्रकाश उर्फ बादशाह यादव, कौलेश्वर यादव, डॉ रमेश यादव, उदय उज्जवल, जिला पार्षद शंकर यादव, अनिल यादव, गायत्री देवी, संजय यादव, शरूण पासवान, अरुण यादव, डॉ संतोष कुमार, सुजीत कुमार उर्फ चुन्नू यादव, राजेश कुमार, रूपा पासवान, सतेंद्र यादव, श्याम सुंदर, मुखिया बिजेंद्र कुमार यादव, सोनू कुमार, संतोष कुमार, विकास राय यादव, विकास यादव, सुशील कुमार समेत कई अन्य मौजूद रहे।
जिला पदाधिकारी श्रीकान्त शास्त्री एवं पुलिस अधीक्षक अम्बरीष राहुल के संयुक्त मेजबानी में एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी (महिला वर्ग) 2024 से संबंधित ट्रॉफी गौरव यात्रा का कार्यक्रम खेल भवन गांधी मैदान औरंगाबाद में संपन्न किया गया।
गौरतलब है कि राज्य में पहली बार 11 नवंबर से 20 नवंबर तक राजगीर में आयोजित होने वाली अंतरराष्ट्रीय “विमेंस एशियन हॉकी चैंपियंस ट्रॉफी-2024” के संदर्भ में ट्रॉफी गौरव यात्रा 14 अक्टूबर से 10 नवंबर तक निकाली जा रही है। जो हरियाणा, पंजाब, ओडिशा और झारखंड राज्यों के अलावा बिहार के सभी 38 जिलों से होकर गुजरेगी।
सर्वप्रथम महाराणा प्रताप चौक पर ट्रॉफी के साथ आए विशिष्ट दल के खिलाड़ियों एवं कोच को जिले के राष्ट्रीय, राज्य स्तर एवं अन्य हॉकी खिलाडियों के साथ-साथ जिला प्रशासन औरंगाबाद द्वारा खिलाडियों द्वारा पुष्प वर्षा एवं ढोल बाजे के साथ भव्य स्वागत किया गया। साथ ही साथ ट्रॉफी गौरव यात्रा के तहत एशियाई चैंपियन ट्रॉफी-2024 को महाराणा प्रताप चौक से गांधी मैदान तक पूरे भव्य तरीके ट्रॉफी गौरव यात्रा निकाली गई।
तत्पश्चात गांधी मैदान के खेल भवन में ट्रॉफी गौरव यात्रा कार्यक्रम का शुरूआत किया गया। जिला पदाधिकारी, पुलिस अधीक्षक एवं ट्रॉफी के साथ आए विशिष्ट दल के खिलाड़ियों एवं कोच द्वारा एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी-2024 के ट्रॉफी को मंच पर शो किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत का सर्वप्रथम बिहार गीत गायन कर शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम में विभिन्न स्कूल के छात्राओं द्वारा उपस्थित पदाधिकारीयों को स्वागत गान गाकर स्वागत किया गया एवं जिला पदाधिकारी महोदय पुलिस अधीक्षक एवं अन्य पदाधिकारी के साथ-साथ ट्रॉफी के साथ आए विशिष्ट दल के खिलाड़ियों एवं कोच को पौधा देकर स्वागत किया गया।
जिला पदाधिकारी द्वारा सर्वप्रथम संबोधन में उपस्थित सभी पदाधिकारीयों,खिलाड़ियों एवं उपस्थित सभी छात्र एवं छात्राओं को स्वागत किया गया।
जिला पदाधिकारी संबोधन में संबोधित करते हुए कहा कि यह हमारे लिए बड़ा हर्ष एवं उल्लास का विषय है कि अपने राज्य के राजगीर शहर में पहली बार एशियाई हॉकी खेल आयोजित किया जा रहा है। जिसमें 6 देश भाग ले रहे हैं । माननीय मुख्यमंत्री के द्वारा दो महीने पहले खेल परिसर का उद्घाटन किया गया जहां अंतरराष्ट्रीय स्तर के कई खेलों के लिए खेल मैदान विकसित किया गया है। यह अपने में हमारे लिए गर्व का विषय है कि अब हम लोग भी अंतरराष्ट्रीय स्तर के खेल को मेजबानी कर सकते हैं। राजगीर खेल मैदान में क्रिकेट, हॉकी, टेबल टेनिस, बैडमिंटन, लॉन टेनिस, एवं कबड्डी जैसे अंतर्राष्ट्रीय खेलों का आयोजन हो सकेगा। यह हमारे खेल प्रशिक्षक एवं खिलाड़ियों के लिए गर्व की बात है। इसके अतिरिक्त राजगीर में खेल विश्वविद्यालय का भी निर्माण कराया गया है। जहां दशमी, बारहवीं, से लेकर पीएचडी तक पढ़ाई कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री के द्वारा महिला सशक्तिकरण एवं बिहार राज्य में खेल एवं खिलाड़ियों के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता एवं निरंतरप्रयास के चलते एशियाई वूमेंस हॉकी चैंपियनशिप 2024 की मेजबानी करने का गौरव बिहार राज्य को प्राप्त हुआ है। पहली बार महिला एशियन हॉकी चैम्पियनशिप ट्रॉफी का आयोजन होने जा रहा है.
अंत में उन्होंने कहा कि पढ़ाई के साथ-साथ खेलकूद भी बहुत जरूरी है खेलोगे पढ़ोगे तो अच्छा बनोगे। सरकार ने भी ट्रॉफी लाओ और नौकरी पाओ जैसा स्कीम लाई है। अब पढ़ाई के साथ-साथ खेल में भी अव्वल रहोगे तब भी नौकरी पाओगे।
आयोजित कार्यक्रम में ट्रॉफी के साथ आए विशिष्ट दल द्वारा पास द बॉल सेरेमनी का भी आयोजन किया गया। जिसमें जिला पदाधिकारी पुलिस अधीक्षक एवं अन्य पदाधिकारी के साथ-साथ विभिन्न खिलाड़ियों द्वारा हॉकी स्टिक से बॉल को दूसरे खिलाड़ियों को पास दिया गया। अंत में ट्रॉफी के साथ आए विशिष्ट दल के खिलाड़ियों एवं कोच के द्वारा जिला पदाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक के साथ-साथ सभी पदाधिकारी को हॉकी स्टिक एवं राष्ट्रीय पक्षी गौरैया प्रतीक चिन्ह देकर समापन किया गया। इसके अतिरिक्त जिला पदाधिकारी महोदय द्वारा खेल भवन परिसर में बने व्यायामशाला का भी उद्घाटन किया गया।
इस कार्यक्रम में अपर समाहर्ता ललित भूषण रंजन, उप विकास आयुक्त अभयेंद्र मोहन सिंह, सदर एसडीओ संतन कुमार सिंह, वरीय उपसमाहर्ता आलोक कुमार,मेराज जमील एवं श्वेता प्रियदर्शी, जिला शिक्षा पदाधिकारी एवं जिला स्तरीय अन्य पदाधिकारी के साथ-साथ बड़ी संख्या में एनसीसी, स्काउट गाइड के बच्चे, जिले के खेल खिलाड़ियों एवं छात्र-छात्राओं की भागीदारी रही।
औरंगाबाद, बिहार। जिले में चल रहे परियोजना, भारतमाला परियोजना, राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 120, रफीगंज व औरंगाबाद प्रखंड में रोड अंडर ब्रिज निर्माण और सोननगर बाईपास रेलवे लाइन निर्माण परियोजना अन्तर्गत रैयतों को अर्जनाधीन भूमि के मुआवजा भुगतान में तेजी लाने हेतु विशेष शिविर का आयोजन किया गया है। इसके लिए 21 अक्टूबर से विशेष शिविर आयोजित होगी। इस सम्बंध में डिप्टी कलेक्टर श्वेता प्रियदर्शी ने जानकारी देते हुए बताया है कि विभिन्न परियोजनाओं के शिविर की अलग-अलग तिथि इस प्रकार निर्धारित की गई है।भारतमाला परियोजना के अन्तर्गत वाराणसी-कोलकाता खण्ड के 4/6 लेन पथ निर्माण हेतु परियोजना अन्तर्गत रैयतों को अर्जनाधीन भूमि के मुआवजा भुगतान में तेजी लाने हेतु दिनांक- 21 एवं 24 अक्टूबर को 10.00 बजे पूर्वा० प्रखंड कार्यालय नवीनगर,कुटुम्बा एवं देव के सभागार में कैंप के माध्यम से विशेष शिविर का आयोजन किया गया है। NH-120 दाउदनगर नगर बाईपास पथ निर्माण हेतु रैयतों को अर्जनाधीन भूमि के मुआवजा भुगतान में तेजी लाने हेतु दिनांक-21 एवं 24 अक्टूबर को 10.00 बजे पूर्वा० तरार एवं तरारी मौज से संबंधित पंचायत सरकार भवन, तरार में कैंप के माध्यम से विशेष शिविर का आयोजन किया गया है। DFCCIL संरेखन में अवस्थित औरंगाबाद एवं रफीगंज अंचल में समपार फाटक के बदले रोड अंडर ब्रिज के निर्माण हेतु रैयत के भूमि के मुआवजा भुगतान में तेजी लाने हेतु दिनांक-24 अक्टूबर को 10.00 बजे पूर्वा० प्रखंड कार्यालय औरंगाबाद के अक्टूबर सिमरी, बखारी, देउरिया, बघोई कला एवं बघोई खुर्द मौजा एवं रफीगंज प्रखंड अंतर्गत केराप, कङसरा,गोरडीहा, एवं चरकवां कस्बा हाजी मौज से संबंधित कैंप के माध्यम से विशेष शिविर का आयोजन किया गया है।
सोन नगर बाईपास रेलवे लाइन निर्माण परियोजना अन्तर्गत रैयतों को अर्जनाधीन भूमि के मुआवजा भुगतान में तेजी लाने हेतु दिनांक-23 अक्टूबर को 10.00 बजे पूर्वा० प्रखंड कार्यालय बारुण के सभागार में कैंप के माध्यम से विशेष शिविर का आयोजन किया गया है।
उक्त कैम्प मे संबंधित अंचल / मौजा के राजस्व कर्मचारी/अचल निरीक्षक / राजश्व अधिकारी जमाबंदी पंजी एवं अन्य राजस्व अभिलेख के साथ उपस्थित रहेगे तथा कैम्प में ही सबंधित रैगतों को एल०पी० सी० निर्गत करने की कार्रवाई करेंगे। साथ ही संबंधित मौजा के पंचायत सचिव एवं ग्राम कचहरी सचिव भी उपस्थित रहकर वंशावली से संबंधित आवेदन प्राप्त करेंगे।
जिले के दाउदनगर थाना क्षेत्र में डम्फर और 2 बसों की भीषण टक्कर हुई है। इस टक्कर में 2 की मौत हुई है। वहीं दर्जन भर से अधिक लोग घायल हुए हैं। घायलों को तत्काल अनुमंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया। घटना के बाद गया – दाउदनगर पथ में जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई है।
दाउदनगर थाना क्षेत्र के गया- दाउदनगर मार्ग में मंडल उप कारा के पास शुक्रवार की दोपहर 2 बस और 1डम्फर की टक्कर हो गई। इस टक्कर में दो महिलाओं की मौके पर ही मौत हो गई है। जबकि 12 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। बताया जाता है कि दाउदनगर से एक निजी बस तेज गति से गोह की ओर जा रही थी। इसी दौरान दाउदनगर मंडल उप कारा के पास बस की सामने से तेज गति से आ रहे दूसरे बस से टक्कर हो गई। टक्कर के बाद पीछे से तेज गति में आ रहे हाईवा डम्फर ने बस को पीछे से जोरदार टक्कर मार दिया। टक्कर में तीनों वाहन आपस में फंस कर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए। हादसे में दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई है जबकि एक दर्जन से अधिक यात्री गंभीर रूप से घायल हो गए हैं।
घायलों को बस से निकालते स्थानीय युवक (फोटो -द सायलेंस मीडिया )दुर्घटना के बाद गया दाउदनगर रोड में लगी जाम (फोटो – द साइलेंस मीडिया न्यूज़ )
मृतकों की पहचान दाउदनगर थाना क्षेत्र के सोनी गांव निवासी निर्मल साव की 45 वर्षीय पत्नी उपराजो देवी और उसी गांव की रहने वाली शिवचरण गुप्ता की 18 वर्षीय बेटी अंजनी कुमारी के रूप में की गई है।
घटना में घायलों का इलाज स्थानीय अनुमंडलिय अस्पताल और 4 गंभीर रूप से घायलों का इलाज सदर हॉस्पिटल औरंगाबाद में कराया जा रहा है। घायलों में 2 सहोदर भाई हैं जो अपने परिवार के साथ दाउदनगर से हमीद नगर जा रहे थे। उपहरा थाना क्षेत्र के अनूप सिंह के 25 वर्षीय पुत्र सूरज कुमार और श्यामसुंदर कुमार अपनी पत्नी एवं बच्चों के साथ हमीद नगर जा रहे थे। दोनों भाइयों को औरंगाबाद सदर अस्पताल में इलाज किया जा रहा है। वही कोचिंग क्लास कर घर लौट रही दाउदनगर थाना क्षेत्र के रंगी बीघा गांव के कल्पना कुमारी भी घायल हो गई है।वह बेहोशी अवस्था में है। इस घटना में गोह थाना क्षेत्र के अंकुरी गांव निवासी अनिल मिश्रा के 25 वर्षीय पुत्र रोशन मिश्रा भी घायल हो गए हैं। घायल रौशन मिश्रा ने बताया कि वे लोग दाउदनगर से अपने घर जा रहे थे। बस द्वारा आगे जा रहे हाइवा को ओवरटेक करने के कारण सामने से आ रही दूसरी बस में टक्कर हो गई और ड्राइवर केबिन में बैठे सभी 4-5 लोग सड़क पर आ गिरे। इसी बीच पीछे छूट चुका हाइवा भी तेज स्पीड में बढ़ता चला आया और नीचे गिरे लोगों को कुचल दिया। जिससे 2 महिलाओं की मौके पर ही मौत हो गई।
अन्य घायलों को दाउदनगर अनुमंडलीय अस्पताल में इलाज किया जा रहा है। गंभीर रूप से घायल 4 लोगों को सदर हॉस्पिटल औरंगाबाद भेजा गया है। दाउदनगर थाना प्रभारी फहीम आजाद खान ने बताया कि घटना की सूचना जैसे ही उन्हें मिली वह एसआई आरती कुमारी और दलबल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और सभी घायलों को तत्काल अस्पताल भिजवाया। मृतकों को पोस्टमार्टम के लिए औरंगाबाद सदर अस्पताल भिजवाया। वहीं एक वाहन में फंसे ड्राइवर को भी खिड़की काटकर बाहर निकल गया। सभी घायलों का इलाज किया जा रहा है। मृतकों के शव को पोस्टमार्टम कराने लिए सदर अस्पताल औरंगाबाद भेज दिया गया है।
जिले की पुलिस की सक्रियता के कारण इन दिनों नक्सली गतिविधियों पर काबू पाया जा रहा है और नक्सलियों की गिरफ्तारी की जा रही है। ताज़ा मामला जिले के कासमा थाना क्षेत्र के जगरूप बिगहा दुगुल गांव का है। जहां के निवासी तपेश्वर भुइयां उर्फ कपिल भुइयां नाम के नक्सली को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार नक्सली 34 वर्षों से फरार चल रहा था।
रफीगंज प्रखंड के कासमा पुलिस ने लंबे समय से 7 नक्सली कांडों में फरार चल रहे नक्सली को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। गिरफ्तार नक्सली कासमा थाना क्षेत्र के जगरूप बीघा दुगुल गांव निवासी 55 वर्षीय तपेश्वर भुइयां उर्फ़ कपिल भुइयां है।
इस सम्बंध में सदर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी द्वितीय अमित कुमार ने बताया कि औरंगाबाद एसपी के निर्देश पर सभी थाना में फरार चल रहे, अपराधियों की गिरफ्तारी हेतु छापामारी अभियान चलाई जा रही है। इसी क्रम में कासमा पुलिस को जानकारी मिली की कासमा थाना कांड संख्या 22/ 90 में फरार चल रहे नक्सली तपेश्वर भुइयां उर्फ़ कपिल भुइयां अपने घर जगरूप बीघा दुगुल आया हुआ है। पुलिस ने जानकारी के अनुसार छापामारी की तो इस दौरान चाल्हो पहाड़ के बगल में एक झोपड़ी नुमा मकान से तपेश्वर भुइयां उर्फ़ कपिल भुइयां को गिरफ्तार किया गया।
7 मामलों में था फरार
तपेश्वर भुइयां उर्फ़ कपिल भुइयां के खिलाफ औरंगाबाद जिला के 4 थानों में कुल 7 प्राथमिकी नक्सली कांड एवं आर्म्स एक्ट में दर्ज हैं। इस संबंध में सदर एसडीपीओ द्वितीय अमित कुमार ने बताया कि नक्सलियों की लगातार गिरफ्तारी से उनके हौसले पस्त हो रहे हैं।
छापामारी अभियान में कासमा थाना अध्यक्ष इमरान आलम, एसआई राजीव कुमार, ललन प्रसाद यादव, ए एस आई अरुण कुमार सिंह, पीटी सी नवीन कुमार, उपेंद्र महतो, सिपाही मनीष कुमार, राज निगम कुमार, गोविंद सिंह कुशवाहा, दिवाकर ठाकुर, उपेंद्र कुमार, चौकीदार गुड्डू कुमार ओमप्रकाश कुमार सहित अन्य लोग शामिल थे।