राजेश रंजन
औरंगाबाद, बिहार।
औरंगाबाद सदर विधायक आनंद शंकर सिंह ने सदर अंचल कार्यालय पर किसानों से जमीन के नाम पर अवैध वसूली का आरोप लगाया है। इस आरोप के साथ विधायक रेट लिस्ट लेकर अंचल कार्यालय पहुंच गए। जहाँ वे चिलचिलाती धूप में धरने पर बैठ गए। विधायक ने आरोप लगाया है कि यहां जमीन के नाम पर अवैध वसूली हो रही है। सभी अधिकारी इस भ्रष्टाचार में शामिल हैं। मोटेशन से लेकर नाम सुधार तक में खुला रेट लगाया गया है।
औरंगाबाद सदर विधायक आनंद शंकर सिंह सदर अंचल अधिकारी पर फायर हैं। उन्होंने बताया कि उन्हे पहले भी औरंगाबाद के अंचल अधिकारी के बारे में कई तरह की शिकायत मिल रही थी। इन शिकायतों को लेकर उन्होंने कई बार अंचल अधिकारी को उनके सरकारी मोबाइल नंबर पर कॉल किया। कभी मोबाइल स्विच ऑफ बताया तो कभी कॉल रिसीव नही किया गया। इस बीच गुरुवार को भी उनके जनता दरबार में आए फरियादियों ने अंचल अधिकारी के बारे में शिकायत की। चूंकि सीओ के बारे में शिकायत आम हो चुकी थी, लिहाजा सीओ के खिलाफ ताजा शिकायत मिलते ही विधायक भड़क उठे। उन्होने फरियादियों को साथ लिया और अपने आवास से दनदनाते हुए सीधे औरंगाबाद अंचल कार्यालय पहुंच गए। यहां पहुंचते ही विधायक का गुस्सा दोगुना हो गया क्योकि अंचल अधिकारी अपने कार्यालय में मौजूद ही नही थे। इस पर और ज्यादा भड़कते हुए विधायक ने अंचल कार्यालय के कर्मियों पर जमकर भड़ास निकाली। कहा कि सरकार सीओ और उन लोगों को जनता का काम करने के लिए वेतन देती है, घर बैठने के लिए नही। उनका काम जनता की सेवा करना है लेकिन जनता को परेशान किया जा रहा है। इन लोगों ने अराजकता फैला रखी है। अधिकारी और सरकारी कर्मी अपनी आदतों से बाज आएं।
अंचल कार्यालय में घूसखोरी और बिचौलियों का प्रवेश बंद होना चाहिए और अंचल अधिकारी को आम जनता तथा किसान के हित में काम करना चाहिए। यह सब बर्दाश्त से बाहर है। जनता को परेशान करने वाले अधिकारियों और कर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। इसकी शिकायत वें वरीय अधिकारियों से करेंगे। विधानसभा में भी मामला उठाएंगे और जरूरत पड़ी तो डायरेक्ट एक्शन भी लेंगे।
धरने पर बैठे विधायक, रिश्वत का रेट लिस्ट लटकाने की मांग विधायक आनंद शंकर सिंह अंचल कार्यालय के सामने धूप में ही धरने पर बैठ गए। सूचना मिलते ही प्रभारी सीओ जिला प्रशासन के अधिकारी मोहित आनंद, शशि सिंह एवं अन्य आनन-फानन में दौड़े दौड़े से मौके पर पहुंचे। विधायक आनंद शंकर ने अधिकारियों से कहा कि जनता गर्मी की चिलचिलाती और तपती धूप में अपनी समस्या के निदान के लिए बैठी है। इनकी समस्याओं का ऑन स्पॉट निदान होना चाहिए, समस्या का निदान होने पर ही वे यहां से हिलेंगे। आप जो रिश्वत तय किये हैं उसका रेट लिस्ट बाहर चिपका दीजिये, जिससे लोगों को परेशानी ना हो। इस पर वरीय अधिकारियों ने पहल कर अंचल कार्यालय परिसर में गर्मी की चिलचिलाती धूप में खुले मैंदान में कुर्सिंयां लगाई गई। खुली धूप में कुर्सिंयों पर विधायक के साथ वरीय अधिकारी और अंचल कार्यालय के कर्मी बैठे और तत्काल निष्पादित की जानेवाली समस्याओं का फरियादियों की मौजूदगी में ऑन स्पॉट समाधान किया ग्या। समस्याओं का समाधान होने के बाद फरियादियों और मौजूद जनता से इजाजत लेकर विधायक अपने आवास वापस लौटे लेकिन जाते-जाते विधायक ने वरीय अधिकारियों को सख्त ताकिद की कि जिन जिन लोगों की समस्याओं को उन्होने सामने लाया है, उस पर की गई कार्रवाई की रिपोर्ट भी उनके पास आनी चाहिए। यह भी कहा कि यदि अंचल अधिकारी और उनके कार्यालय की कार्यशैली में सुधार नही आया तो वें जनता की शिकायतों के समाधान के लिए मजबूरन सप्ताह में एक दिन औरंगाबाद और देव के अंचल कार्यालय में जनता दरबार लगाएंगे और जनता की शिकायतों को सुनकर समाधान कराएंगे।