द साइलेंस मीडिया,
औरंगाबाद, बिहार।
समाज के गरीब, शोषित और पिछड़े तबके को बराबरी हक दिलाना ही सामाजिक न्याय है। सामाजिक न्याय की लड़ाई लड़ने वालों को खुद आगे आकर कमान संभालनी होगी और लोगों को समर्थन करना होगा। यह बात दिल्ली विश्वविद्यालय के पूर्व प्रोफ़ेसर व कार्यक्रम के मुख्य वक्ता प्रो. लक्ष्मण यादव ने नगर भवन औरंगाबाद में आयोजित सामाजिक न्याय महासम्मेलन सह बहुजन संवाद कार्यक्रम में कहीं। सम्मेलन की अध्यक्षता ओबीसी महासभा के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र गोप ने की। मंच का संचालन उदय उज्जवल एवं डॉ जन्मेजय ने किया। प्रो. लक्ष्मण यादव ने कहा कि वर्तमान सरकार शैक्षणिक व्यवस्था पर कुठाराघात कर एससी, एसटी, ओबीसी के बच्चों को उसे शिक्षा से वंचित करने की साजिश रच रही है। महाविद्यालय और विश्वविद्यालय को व्यापारिक व संघ के शिक्षा को छात्रों और प्रोफेसर पर जबरदस्ती थोपने का आरोप लगाया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जेएनयू के पूर्व छात्र नेता जयंत जिज्ञासु ने कहा कि आज समय की मांग है कि लालू यादव , शरद यादव समेत अन्य महापुरुषों के बताए पदचिन्हों पट चलना चाहिये। जेएनयू के छात्र नेता ज्ञान प्रकाश ने भी सभा को संबोधित किया।
बिहार विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी ने कहा कि राजनीतिक और सामाजिक शैक्षणिक रूप से तब तक हम लोग एकजुट नहीं होंगे। जब तक शैक्षणिक और राजनीतिक रूप से एक नहीं होते हैं। इसके लिए जरूरत है कि रूढ़िवाद और अंधविश्वास से हम लोग को नाता तोड़ना होगा।
पूर्व सांसद अनवर अली ने कहा कि सदियों से पसमांदा मुसलमानों को अलग कर कर एक बड़े तब को हास्य पर रखने की कोशिश जारी है। हमलोगों को यह समझना पड़ेगा कि हमें इससे कैसे निकालना है। सभी एससी, एसटी, ओबीसी और पिछड़ा वर्ग के लोग एक साथ आकर राजनीतिक भागीदारी सुनिश्चित करें। मखदुमपुर के विधायक सतीश दास ने कहा कि पिछड़ा बिहार के तर्ज पर देश में जातिगत जनगणना होनी चाहिए।
बिहार सरकार के पुर्व मंत्री डॉ सुरेश पासवान ने कहा कि
देश में कॉलेजियम सिस्टम के द्वारा देश में 200 परिवारों के बीच के ही जज बन रहे हैं। हमारी मांग है कि जब तक न्यायिक आयोग का गठन नहीं हो जाता और पूरे भारत में जाति का जनगणना नहीं हो जाता है तब तक हम इस लड़ाई को जारी रखेंगे।
ओबीसी महासभा के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र गोप ने कहा कि बहुजन एकता पर जोर देते हुए कहा कि जब जब पूंजीवाद और मनुवाद हावी हुआ तब तब बहुजनों को नुकसान हुआ है।
चंद्रवंशी क्षत्रिय महासभा अध्यक्ष अशोक आजाद चंद्रवंशी ने कहा कि समाज से ही ऐसे लोगों को सामने आना होगा जो वाकई देश और समाज का भला चाहते हैं। सदियों से शोषित वंचित और एससी एसटी ओबीसी के लोगों के साथ सिर्फ छलावा किया गया है। विश्वकर्मा महासभा अध्यक्ष बिंदेश्वरी शर्मा नेकहा कि संघर्ष जारी रहेगा जब तक की न्यायिक आयोग का गठन नहीं हो जाता है।
इस अवसर पर पूर्व राज्य सभा सदस्य अली अनवर, बिहार सरकार के पुर्व मंत्री डॉ सुरेश पासवान, विधायक सतीश दास, पूर्व बिहार विधान परिषद आजाद गांधी, वैश्य महासभा के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ पीके चौधरी, धर्मेंद्र चंद्रवंशी, पान कृषक संघ बिहार के अध्यक्ष रविशंकर भगत चौरसिया, पाल महासंघ प्रदेश अध्यक्ष चंद्रमोहन पाल, विश्वकर्मा महासभा अध्यक्ष बिंदेश्वरी शर्मा, मेहतर सेवा संघ बिहार अध्यक्ष शशि कुमार, अमरेंद्र कुशवाहा, कुटुंबा प्रमुख धर्मेंद्र कुमार, उप प्रमुख ओम प्रकाश उर्फ बादशाह यादव, कौलेश्वर यादव, डॉ रमेश यादव, उदय उज्जवल, जिला पार्षद शंकर यादव, अनिल यादव, गायत्री देवी, संजय यादव, शरूण पासवान, अरुण यादव, डॉ संतोष कुमार, सुजीत कुमार उर्फ चुन्नू यादव, राजेश कुमार, रूपा पासवान, सतेंद्र यादव, श्याम सुंदर, मुखिया बिजेंद्र कुमार यादव, सोनू कुमार, संतोष कुमार, विकास राय यादव, विकास यादव, सुशील कुमार समेत कई अन्य मौजूद रहे।