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बेलगाम पिकअप ने स्कूटी सवार जीएनएम छात्रा को कुचला, इलाज के दौरान हुई मौत

द सायलेंस मीडिया न्यूज़, औरंगाबाद, बिहार।

जिले के फेसर थाना क्षेत्र के पचरुखिया मार्ग पर नियंत्रित पिकअप ने स्कूटी सवार महिला को कुचल दिया। जिससे इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।  मृतक महिला की पहचान फेसर थाना क्षेत्र के बगैया गांव निवासी जीएनएम की छात्रा पूजा कुमारी के रूप में की गई है। जो स्कूटी से औरंगाबाद से वापस अपने गांव लौट रही थी।

जिले के फेसर थाना क्षेत्र के पचरुखिया मार्ग पर देवरिया रुस्तम गांव के समीप एक अनियंत्रित पिकअप ने स्कूटी सवार महिला को कुचल दिया है।  जिससे महिला की मौत हो गयी है। मृतका की पहचान थाना क्षेत्र के ही बगैया गांव निवासी अरुण कुमार की पत्नी 30 वर्षीया पूजा कुमारी के रूप में हुई है। घटना सोमवार की रात्रि की है। जिसे इलाज के दौरान मंगलवार को मौत हो।गई है।
घटना के सम्बंध में राजद के पूर्व जिला प्रवक्ता डॉ रमेश यादव ने बताया कि महिला मध्यप्रदेश के इंदौर से जीएनएम का कोर्स कर रही थी और उसे इसी वर्ष फाइनल परीक्षा देना था।
 
  पूजा कुमारी किसी काम से अपने गांव से स्कूटी पर सवार होकर औरंगाबाद आई थी। औरंगाबाद से अपना काम निपटाकर अपने घर लौट रही थी। इसी दौरान देवरिया रूस्तम के समीप अनियंत्रित पिकअप स्कूटी सवार महिला को रौंदते हुए फरार हो गया। इस घटना में महिला गंभीर रूप से घायल हो गयी। घटना के बाद स्थानीय लोगों ने महिला को इलाज के लिए सदर अस्पताल पहुंचाया और घटना की सूचना परिजनों को दी। सूचना पर बदहवास परिजन सदर अस्पताल पहुंचे और घायल महिला का हाल जाना। इधर सदर अस्पताल के डॉक्टरों ने महिला की प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर स्थिति में हायर सेंटर रेफर कर दिया।

सदर अस्पताल के डॉक्टरों द्वारा रेफर किए जाने के बाद परिजन बेहतर इलाज हेतु महिला को पटना लेकर जा रहे थे, लेकिन बीच रास्ते में ही अरवल के समीप महिला ने अपना दम तोड़ दिया। मौत के बाद परिजन महिला के शव को लेकर सदर अस्पताल पहुंचे। मंगलवार की सुबह घटना की सूचना नगर थाना की पुलिस को दी गई। सूचना पर नगर थाना की पुलिस पहुंची और महिला के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम की प्रक्रिया पूरी कराई। इसके बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। वही महिला का पोस्टमार्टम करा रहे जिला परिषद सदस्य अनिल कुमार यादव ने बताया कि यह घटना बेहद ही दुखद है। बिहार में प्रतिदिन सड़क दुर्घटना से मौत की संख्या में वृद्धि हो रही है और सरकारी तंत्र दुर्घटना को रोकने में विफल है। घटना के बाद से परिवार वालों का रो-रोकर बुरा हाल है तो वही गांव में मातम पसरा हुआ है। परिजनों ने जिला प्रशासन से आपदा राहत के तहत मुआवजें की मांग की है।