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हत्या मामले में पांच अभियुक्तों को हुई आजीवन कारावास, 3 साल में ही हो गया फैसला



औरंगाबाद, बिहार।

3 साल पहले खेती करके खेत से घर लौट रहे किसान पर घात लगाकर किए गए हमले में एक किसान की मौत हो गई थी। मामले में जिला न्यायालय ने तेजी से सुनवाई करते हुए पांच अभियुक्तों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। मामला जिले के फेसर थाना क्षेत्र के मौलानगर गांव का था।

मंगलवार को व्यवहार न्यायालय औरंगाबाद में एडिजे -10 अशोक कुमार गुप्ता ने हत्या के 5 अभियुक्तों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। जिले के फेसर थाना कांड संख्या -37/22,जी आर -612/22,एस टी आर -377/22,193/22 में निर्णय पर सुनवाई करते हुए काराधिन अभियुक्त मो तोहिद समेत पांच अभियुक्तों को सज़ा सुनाई है।

मामले के संबंध में अतिरिक्त लोक अभियोजक एपीपी विन्देश्वरी प्रसाद तांती ने बताया कि अभियुक्त गजेन्द्र यादव, महेंद्र यादव, मो तोहिद, इस्तेखार अहमद, एनुल होदा, सभी फेसर थाना क्षेत्र के मौलानगर गांव के निवासी हैं। इन्हे भारतीय दंड विधि की धारा 302/34 में आजीवन कारावास की सजा और बीस हजार रुपए जुर्माना लगाया गया है। जुर्माना नहीं देने की स्थिति में छः महीने अतिरिक्त कारावास होगी। साथ ही भारतीय दंड विधि की धारा 323/34 में एक साल की सजा और एक हजार रुपए जुर्माना लगाया है। दोनों सजाएं साथ साथ चलेगी।


इस संबंध में अधिवक्ता सतीश कुमार स्नेही ने बताया कि ग्राम मौलानगर की रहने वाली जमीला खातून ने 27 मार्च 2022 को फेसर थाना में एक प्राथमिकी प्राथमिकी दर्ज कराई थी, जिसमें in अभियुक्तों को नामजद किया था।
दर्ज प्राथमिकी में जमीला खातून कहा था कि उसके पति इस्तेयाक अहमद अपने दोनों पुत्र फैजान रजा और आशिफ रजा के साथ खेती कर दोपहर में घर वापस लौट रहे थे, तभी महेंद्र यादव के घर के पास घात लगाकर बैठे अभियुक्तों ने अचानक लाठी डंडे भाला से हमला कर तीनों को गम्भीर रूप से जख्मी कर दिया था।
दोनों पुत्रों का इलाज सदर अस्पताल औरंगाबाद में कराई गई थी जबकि पति के गम्भीर स्थिति के कारण मगध मेडिकल कॉलेज गया जी में भर्ती कराया गया था। जहां इलाज के दौरान ही 28 मार्च 2022 को उनकी मृत्यु हो गई थी।
इस केस को अदालत ने लगभग 3 साल में सजा सुना दी है।

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2 दिन पहले ही छुट्टी पर घर आया था बीएमपी का जवान बिजली की चपेट में आने से हुई मौत

औरंगाबाद – मोतिहारी में तैनात जिले के सलैया थाना क्षेत्र का रहने वाले बीएमपी जवान की करंट लगने से मौत हो गई है। वह 2 दिन पहले ही छुट्टी लेकर का पहुंचा था। जहां घर की साफ सफाई के दौरान उसे करंट लग गया। हालांकि घटना के बाद परिजनों ने हॉस्पिटल पहुंचाया लेकिन बचाया नहीं जा सका। मृत बीएमपी जवान मोतिहारी जिले में सिपाही के पद पर कार्यरत था।

रविवार को औरंगाबाद जिले में एक दर्दनाक घटना घटी है। जहां मदनपुर प्रखंड के सलैया थाना क्षेत्र के जोगड़ी गांव में करंट लगने से बीएमपी जवान की मौत हो गई है। मृतक 32 वर्षीय संजय कुमार जोगड़ी का हीं रहने वाला था। वह मोतिहारी जिला में बिहार मिलिट्री पुलिस में सिपाही के पद पर कार्यरत था। 2 दिन पहले ही घर लौटा था। रविवार को घर के साफ सफाई के दौरान बिजली करंट के चपेट में आ गया। घटना के बाद परिजनों ने कनेक्शन काटकर किसी तरह उसे बिजली करंट के चपेट से छुड़ाया तथा आनन- फानन में इलाज के लिए मदनपुर सामुदायिक अस्पताल ले गए। जहां चिकित्सकों ने उसकी हालत नाजुक देखते हुए प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए औरंगाबाद सदर अस्पताल रेफर कर दिया। सदर अस्पताल जाने के दौरान रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। अस्पताल पहुंचने पर वहां ड्यूटी में तैनात चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। उसकी मौत की खबर सुनते ही परिजन शव से लिपटकर चीत्कार उठे। अस्पताल में युवक की मौत की सूचना मिलते ही नगर थाना की पुलिस वहां पहुंची तथा शव को कब्जे में लेते हुए पोस्टमार्टम की प्रक्रिया में जुट गई। थानाध्यक्ष उपेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद शव अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को सौंपा जाएगा।

घटना के बाद परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। वहीं जोगड़ी गांव में मातमी सन्नाटा छाया हुआ है। 2010 में मृतक की शादी रेणु देवी के साथ हुई थी। उसके दो छोटे-छोटे मासूम बच्चे भी हैं। बेटे सूर्यकांत सूर्या की उम्र नौ वर्ष तथा ओंकार सूर्या 5 वर्ष का है। दोनों बच्चों के सर से पिता का साया उठ चुका है। शादी के 7 साल बाद वर्ष 2017 में संजय की नौकरी हुई थी। फिलहाल उसकी पोस्टिंग मोतिहारी जिले में थी। उसके निधन के बाद परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।

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विशेष पुनरीक्षण कार्यक्रम में लापरवाही बर्दाश्त नहीं- डीएम श्रीकांत शास्त्री

औरंगाबाद, बिहार।
जिला मुख्यालय के नगर भवन में विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम-2025 के अंतर्गत एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक की अध्यक्षता जिला निर्वाचन पदाधिकारी-सह- जिलाधिकारी (भा.प्र.से.) द्वारा की गई।

बैठक का मुख्य उद्देश्य विशेष पुनरीक्षण कार्यक्रम के तहत मतदाता सूची के अद्यतन कार्य, विशेषकर गणना प्रपत्रों के शत-प्रतिशत संकलन एवं डिजिटल अपलोडिंग की प्रगति की गहन समीक्षा करना था। इस क्रम में जिलाधिकारी द्वारा सभी प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया गया कि प्रत्येक बीएलओ अपने क्षेत्र अंतर्गत प्रत्येक घर से गणना प्रपत्र अनिवार्य रूप से संकलित कर BLO नेट पोर्टल के माध्यम से त्वरित अपलोडिंग सुनिश्चित करें।

जिलाधिकारी ने कहा कि मतदाता सूची की शुद्धता, पारदर्शिता और समावेशिता लोकतांत्रिक व्यवस्था का मूलाधार है, जिसे अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए अद्यतन कार्य में किसी भी प्रकार की शिथिलता या लापरवाही कदापि बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

उन्होंने निर्देश दिया कि प्रत्येक बीएलओ के कार्यों की नियमित रूप से समीक्षा की जाए एवं प्रगति रिपोर्ट प्रतिदिन उपलब्ध कराई जाए। साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जाए कि कोई भी पात्र मतदाता सूची से वंचित न रह जाए, और विशेष रूप से प्रथम बार मतदाता बनने वाले युवाओं, महिलाओं, दिव्यांगजनों एवं वरिष्ठ नागरिकों को प्राथमिकता के साथ सूची में सम्मिलित किया जाए।

बैठक में जनजागरूकता से संबंधित गतिविधियों को भी सघन रूप से संचालित करने पर बल दिया गया ताकि आम नागरिकों को मतदाता सूची अद्यतन कार्यक्रम के महत्व की जानकारी प्राप्त हो और वे अपने दस्तावेज प्रस्तुत कर सूची में नाम जोड़वाने की प्रक्रिया में भागीदार बनें।

जिलाधिकारी ने यह भी स्पष्ट किया कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित समय-सीमा के भीतर सभी कार्य पूर्ण किए जाएं, ताकि आगामी निर्वाचन प्रक्रिया पारदर्शी, निष्पक्ष एवं त्रुटिरहित ढंग से संचालित की जा सके।

बैठक के अंत में सभी उपस्थित पदाधिकारियों द्वारा मतदाता सूची अद्यतन कार्य को तत्परता, सजगता एवं पूर्ण उत्तरदायित्व के साथ निर्धारित समय-सीमा में निष्पादित करने का संकल्प लिया गया।

बैठक में जिले के सभी प्रखंड स्तरीय निर्वाचनी पदाधिकारी,, बीएलओ पर्यवेक्षक, उप निर्वाचन पदाधिकारी, नजारत सहित अन्य निर्वाचन दायित्व से जुड़े पदाधिकारीगण उपस्थित रहे।